• आदि में ईश्वर ने पुरुष और स्त्री

    के रूप में मनुष्य को रचा।

     

    पहला पुरुष आदम है।

    पहली स्त्री हेवा है।


     

    ईश्वर ने अपने प्रतिरूप और सादृश्य

    में मनुष्य की सृष्टि की

     

    ईश्वर ने मेरे माता-पिता, भाई-बहनों और मित्रों की सृष्टि की है।

    ईश्वर ने मेरी भी सृष्टि की है।

     

    ईश्वर ने मेरी सृष्टि की क्योंकि ईश्वर मुझे प्यार करते हैं।

     

    ईश्वर जीवन देते हैं। ईश्वर जीवन के स्वामी हैं।

     

    हाथ जोड़े

     

     

    हे प्यारे ईश्वर, मेरे सृष्टिकर्ता,

    मैं आपकी स्तुति करता हूँ।

     

    मेरे घर में कौन-कौन हैं ?

    माता, पिता, भाई, बहन,

     

    हम गायें

    ईश्वर मेरा प्यारा

    रूप है उनका न्यारा

    सृजनहार वो मेरा

    जीवन उसका सारा।।

    मेरा ईश्वर सृजनहार

    मेरा ईश्वर तारणहार

    मेरा ईश्वर पालनहार

    मेरा ईश्वर है खेवनहार।

     

    याद करें

     

    ईश्वर ने हमको बनाया

    और हम उसी के हैं।

    (स्तोत्र 100:3)

     

    रंग भरकर दोहरायें

     

    ईश्वर मुझे प्यार करते हैं।